وصف مصدر قضائي المرحلة التي يعيشها القضاء بأنها «الأسوأ في تاريخه»، إذ لا تكفيه الأزمات الاقتصادية والاجتماعية والصحية التي يعانيها القضاة وعائلاتهم، ولا التدخلات السياسية في أعمالهم، لتتحول الملفات القضائية الحساسة والدقيقة، مادة مقايضة توضع على طاولة المساومات، بما يؤدي إلى تقييد القضاة، وتتصدر جريمة انفجار مرفأ بيروت هذه الملفات مع انسداد أفق الإفراج عنه وإعادة إطلاق يد المحقق العدلي القاضي طارق البيطار مجدداً.
from الشرق الأوسط https://ift.tt/CLEciDX
- يوليو 20255
- يونيو 202582
- مايو 202581
- أبريل 202585
- مارس 202584
- فبراير 202580
- يناير 202587
- ديسمبر 202490
- نوفمبر 202470
- أكتوبر 202480
- سبتمبر 202492
- أغسطس 202481
- يوليو 202483
- يونيو 202473
- مايو 202485
- أبريل 202496
- مارس 202494
- فبراير 202467
- يناير 202499
- ديسمبر 2023102
- نوفمبر 202397
- أكتوبر 2023128
- سبتمبر 2023175
- أغسطس 2023176
- يوليو 2023131
- يونيو 2023145
- مايو 2023177
- أبريل 2023177
- مارس 2023182
- فبراير 2023163
- يناير 2023204
- ديسمبر 2022215
- نوفمبر 2022202
- أكتوبر 2022254
- سبتمبر 2022275
- أغسطس 2022289
- يوليو 2022276
- يونيو 2022195
- مايو 2022168
- أبريل 2022171
- مارس 2022172
- فبراير 2022183
- يناير 2022209
- ديسمبر 2021351
- نوفمبر 2021616
- أكتوبر 2021639
- سبتمبر 2021615
- أغسطس 2021713
- يوليو 2021712
- يونيو 2021690
- مايو 2021707
- أبريل 2021690
- مارس 2021713
- فبراير 2021644
- يناير 2021713
- ديسمبر 2020713
- نوفمبر 2020690
- أكتوبر 2020623
- سبتمبر 2020690
- أغسطس 2020713
- يوليو 2020713
- يونيو 2020693
- مايو 2020713
- أبريل 2020690
- مارس 2020713
- فبراير 2020666
- يناير 2020713
- ديسمبر 2019716
- نوفمبر 2019690
- أكتوبر 2019712
- سبتمبر 2019689
- أغسطس 2019711
- يوليو 2019277
404Something Wrong!
The page you've requested can't be found. Why don't you browse around?
Take me back
إرسال تعليق